Sunday, October 18, 2009

दुनिया का हर चौथा इन्सान- मुसलमान Every Fourth Person of This World is following ISLAM !


मुसलमानों की आबादी 1.57 अरब, मगरिबी मुल्कों (पश्चिमी देशों) में मुसलमानों की तादाद में भारी इज़ाफा, जर्मनी में मुसलमानों की आबादी लेबनान से अधिक, चीन में मुसलमान शाम (Syria) से अधिक

दुनिया में मुसलमानों की आबादी बढकर 1 अरब 57 करोड हो गई इसका मतलब यह है के दुनिया का हर चौथा इन्सान मुसलमान है।

पूरी दुनिया में अमरिका, इसाईयों और यहूदियों ने इस्लाम को बदनाम करने की जो मुहिम आरम्भ की थी उसका उल्टा असर हुआ और पूरी दुनिया में सबसे अधिक वृद्धि हुई है। यह सर्वे रिपोर्ट किसी मुस्लिम संस्था की नहीं है बल्कि "प्यू फोरम ऑन रिलिजन एण्ड पब्लिक लाइफ" (PEW FORUM ON RELIGION AND PUBLIC LIFE) नामक संस्था की है. रिपोर्ट में कहा गया है के मुसलमानों की आबादी में उम्मीद से भी अधिक वृद्धि हुई है. यह तादाद एक अरब 80 करोड तक पहुंच सकती है।

रिपोर्ट
के मुताबिक़ हैरत की बात यह है के लेबनान से अधिक मुसलमानों की आबादी जर्मनी में हो गई है। शाम से अधिक मुसलमानों की आबादी चीन में हो गई है। अर्दुन और लिबिया में मोजूद मुसलमानों की आबादी से अधिक मुसलमान रूस में रहते हैं। ऐथोपिया में मुसलमानों की आबादी लगभग अफगानिस्तान के मुसलमानों की आबादी के बराबर हो गई है।

परिंस्टन युनिवर्सिटि के जमाल का कहना है के अब यह तथ्य गलत साबित हो रहा है के अरब का मतलब मुसलमान और मुसलमान का मतलब अरब है परिंस्टन युनिवर्सिटि के अफसरान का कहना है के इसाईयत के बाद इस्लाम दुनिया का दूसरा सबसे बडा धर्म है। दुनिया में ईसाइयों की मजमूई तादाद 2 अरब 10 करोड से 2 अरब 20 करोड है। दुनिया के 232 मुल्कों में मुसलमान आबाद हैं।

रिपोर्ट में कहा गया है के दुनिया में मुसलमानों की जो आबादी है उनमें से शिया मुसलमानों की आबादी 10 से 13 प्रतिशत है उनमें भी 80 प्रतिशत शीया दुनिया के केवल 4 मुल्कों इरान, पाकिस्तान, हिन्दुस्तान और इराक में रहते हैं।


मुसलमानों की आबादी के मामले में एशिया ने अरब दुनिया को पीछे छोड दिया है। सर्वे के मुताबिक दुनिया के 60 प्रतिशत मुसलमान एशिया में रहते हैं। जबके मशरीकी वस्ता और शिमाली अफरीका में केवल 20 प्रतिशत मुसलमान रहते हैं। सहारत अफरीका में 15 फीसद, युरोप में 2.4 प्रतिशत, अमरिका में .3 प्रतिशत मुसलमान रहते हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक़ मुसलमानों की बडी तादात अकल्लियत बनकर रहती है, 317 मिलियन मुसलमानों उन मुल्कों में रहते हैं जहां इस्लामी हकूमत नहीं है। ऐसे मुसलमानों की 3 चोथाई आबादी हिन्दुस्तान ; 16 करोड 10 लाख ऐथोपिया ; 2 करोड 80 लाख चीन, 2 करोड 20 लाख रूस ; एक करोड 60 लाख तन्जानिया आदि है। हिन्दुस्तान दुनिया में मुस्लमानों की आबादी के ऐतबार से तीसरा मुल्क है जहां सबसे अधिक मुस्लमान हैं, जबके हिन्दुस्तान में मुसलमानों की आबादी 13 प्रतिशत है।


रिपोर्ट पर एक नजरः

दो-तिहाई मुसलमान दुनिया के 10 मुल्कों में रहते हैं इनमें से 6 एशिया ;इण्डोनेशिया, पाकिस्तान , हिन्दुस्तान, बांग्लादेश , इरान और तुर्की शामिल हैं. 3 शिमाली अफरीका ; मिस्र, अल्जिरिया और मराक़श और एक सब-सहारा अफरीका ;नाइजिरिया है। चीन में मुसलमानों को सबसे अधिक मुश्किल हालात का सामना है जहां तशद्दुद की वारदात हो रही हैं. इण्डोनेशिया में मुस्लमानों की सबसे ज्यादा आबादी हैं, जहां 20 करोड 30 लाख मुसलमान आबाद है। यह आबादी दुनिया में मुसलमानों में मजमुई आबादी की 13 फीसद है। युरोप में 38 मिलियन अर्थात 3 करोड 80 लाख मुसलमानों की आबादी है। यहां मुसलमान की केवल 5 प्रतिशत तादाद ही बसती है। जर्मनी और फ्रांस में भी मुसलमानों की आबादी में भारी इजाफा हुआ है। बर्रे आज़म अमरिका में मुसलमान 46 लाख है।। कनाडा में मुसलमान की आबादी 7 लाख है।
......

साभारः उर्दू दैनिक 'अखबारे मशरिक़' दिल्‍ली 9 अक्‍तूबर 2009

16 comments:

  1. वह दिन दूर नहीं जब पूरी दुनिया आने ईश्वर के इस सत्य सनातन धर्म जिसको अरबी में इस्लाम कहते हैं. को अपना लेगी.

    ReplyDelete
  2. BUJHE CHIRAG KITNEY HI HON KYA FARQ PADTA HAI
    CHIRAG VO JO KHUD JALKAR ROSHNI AATA KARTA HAI

    DUNIYA MEIN KITNEY MUSLIM KITNEY GAIR MUSLIM KOI DILCHSPI NAHIN ... KAHIN INSANO KI AABADI MEIN KOI IZAFA HUA HO.. BAS UTNE SE TAALUQ RAKHTEY HAIN..

    ReplyDelete
  3. इस जानकारी में यह कितनी अच्‍छी बात आयी है कि ''अब यह तथ्य गलत साबित हो रहा है के अरब का मतलब मुसलमान और मुसलमान का मतलब अरब है। परिंस्टन युनिवर्सिटि के अफसरान का कहना है के इसाईयत के बाद इस्लाम दुनिया का दूसरा सबसे बडा धर्म है।''
    हमें इस लेख को यहां इंग्लिश में और अध्‍ययण करना चाहिये
    Report: Muslim population hits 1.57 billion
    Nearly 1 in 4 people in the world practice Islam; most live in 10 countries

    http://www.msnbc.msn.com/id/33226662/

    ReplyDelete
  4. माशा अल्‍लाह, सुब्‍हान अल्‍लाह, अल्‍लाह तेरी शान निराली

    ReplyDelete
  5. इस रिपोर्ट में कहीं ना कहीं छेद है, यह अमरिका की साजिश है,

    ReplyDelete
  6. इसमें प्रसन्‍न होने की कौनसी बात है?

    ReplyDelete
  7. anjuman azuman me kon sa word theek he

    ReplyDelete
  8. मैं उस समय की प्रतीक्षा करूंगा जब कठमुल्ले धर्म दुनिया से खत्म होगें और और मानवता का एक नया धर्म वजूद में आयेगा !

    ReplyDelete
  9. To
    Mr. Arvind Mishra
    अब नया कोई धर्म इस दुनिया मै नही आयेगा
    ऒर इंसानियत के लिये सबसे बेहतरीन मज़हब
    इस्लाम है , लेकिन कुछ लोग या तो इस्लाम को
    जानते ही नहीं, या जानना ही नहीं चाहते
    मेरी दुआ है, कि ख़ुदा आपको मानवता के धर्म की
    समझ दे, मैं अपनी ओर से आपको मानवता के सच्चे धर्म
    की दावत देता हूं ।

    ReplyDelete
  10. @ a.u.siddiqui का मिश्रा जी को जवाब देने का धन्‍यवाद, देखें अब Arvind Mishra जी की तरफ से क्‍या जवाब आता है,

    @खान साहब क्‍या अन्‍जुमन की पोस्‍ट पर जवाब देने का अधिकार मेरे पास सुरक्षित है? या फिर siddiqui साहब से कहा जाये के हम लोग तो हाथ बांधे बैठे हैं, आप जवाब दे दिया करें,

    ReplyDelete
  11. बहुत सुंदर पोस्ट

    ReplyDelete
  12. बहुत बेहतर जानकारी
    यह तादाद इसलाम की सच्चाई को ही तो बयां करती है
    क्या यह हेरत की बात नहीं है की जिस मजहब को दुनियाभर में बदनाम किया जा रहा हो इसके मानने वालों की तादाद इतनी तेजी से बढ़ रही है!
    इसका सीधा सीधा जवाब है सच्चाई को साबित करने की जरूरत नहीं पड़ती वोह अपना असर छोड़ती ही है जेसा की इसलाम अपना असर छोड़ रहा

    ReplyDelete
  13. @shyam1950
    बुझे चिरागों से दूसरा चिराग नहीं जला करता है
    रोशन चिराग ही दूसरों को रोशन किया करते हें
    इस्लाम वो रोशन चिराग है जिसके दिल में भी जलता है उसके जीवन में उजिआरा कर देता है
    यकीन न हो तो आज़माकर देख लो

    ReplyDelete
  14. mujhe lagta tha hindi blogs aur hindi akhbaron men is khabar ka sarsari zikar kiya gaya,,kiya aisa nahin tha?

    ReplyDelete